logo

Cotton Price 2024: इस राज्य के किसानों की बढ़ी परेशानी, कपास की कीमत पहुंची 7700 रुपये प्रति क्विंटल!

Cotton Price 2024: मंडी में 290 क्विंटल कपास की आवक हुई। इस मंडी में प्रति इकाई का औसत मूल्य 7250 रुपये था, जबकि न्यूनतम मूल्य 6800 रुपये था, और अधिकतम मूल्य 7450 रुपये था, जानिए पूरी डिटेल। 

 
Cotton Price 2024

Haryana Update: आपको बता दें, की भारत के इस राज्य में कपास की खेती करने वाले लोगों की समस्याएं कम नहीं हो रही हैं। महाराष्ट्र में कपास उत्पादकों को उचित मूल्य नहीं मिलने से वे निराश हैं। वरोरा मंडी में कपास का औसत मूल्य 7340 रुपये है, जबकि न्यूनतम 6000 रुपये है, जबकि अधिकतम 7701 रुपये है। राज्य में कॉटन की कीमतें 6000 से 7000 रुपये प्रति कुंटल हैं। किसान इससे चिंतित हैं। किसानों का कहना है कि वे प्रति एकड़ कपास की खेती पर 30 से 35 हजार रुपये खर्च करते हैं, इसलिए उनका जीवन कैसे चलेगा अगर कपास की कीमत इतनी कम होगी?

आपकी जानकारी के लिए, केंद्र सरकार ने लंबे रेशे वाले कॉटन का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 7020 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है, जबकि मध्यम रेशे वाले कॉटन का एमएमपी 6620 रुपये प्रति क्विंटल है। यह कम दाम मिलने पर कृषकों को घाटा होता है। 

वहीं लोग 2021 और 2022 जैसे दाम चाहते हैं। तब किराया 9000 से 12000 रुपये था। लेकिन 2021 की तुलना में किसानों को कपास की कीमत कम मिल रही है। किसान इससे परेशान हैं। महाराष्ट्र देश का सबसे बड़ा कॉटन उत्पादक राज्य है, लेकिन यहां के किसान फसलों का उचित मूल्य नहीं मिलने से निराश हैं।

प्रदेश के इन जिलों में सबसे अधिक कपास की खेती होती है. विदर्भ और मराठवाड़ा के पिछड़े इलाकों में कपास, सोयाबीन के बाद सबसे आम फसल है, जिस पर किसान अपना जीवन चलाते हैं। यहां 115 तहसीलों को कपास उत्पादक क्षेत्र बताया गया है।

राज्य के औरंगाबाद, जालना, परभणी, हिंगोली, नांदेड़, बीड, बुलढाणा, अमरावती, नागपुर, अकोला, यवतमाल, वर्धा, चंद्रपुर, नासिक, धुले, नंदुरबार, जलगाँव और अहमदनगर जिलों में कपास उगाने वाली 115 तहसीलें हैं।

कितनी कॉटन की उत्पादकता होती है? 
भारत की केंद्रीय सरकार ने बताया कि वर्ष 2023-24 में कॉटन का उत्पादन 323.11 लाख गांठ था, जो पिछले वर्ष से कम था। 2022-23 के तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, पिछले वर्ष कॉटन उत्पादन 343.47 लाख गांठ था। 170 किलोग्राम की एक गांठ है। बताया गया है कि पिछले सप्ताह कपास के उत्पादन में कमी का अनुमान आने के बाद दाम में थोड़ा सुधार की उम्मीद की गई थी, लेकिन यह उतना महंगा नहीं है। इससे उम्मीद की जाती है। एक बार 8300 रुपये तक पहुंचने के बाद, मूल्य फिर से गिरने लगा है। इस बार कपास उत्पादन कम होने का अनुमान है, मुख्यतः गुलाबी सुंडी के प्रकोप और अलनीनो के प्रभाव से। 

यह जानने के लिए कि समुद्रापुर मंडी में 859 टन कपास आवक हुआ था। इसके बाद भी, कपास का औसत मूल्य 6900 रुपये प्रति कुंटल था, जबकि न्यूनतम 6200 रुपये था, और अधिकतम 7700 रुपये था। 

वहीं अष्टि मंडी में 290 क्विंटल कपास की आवक हुई। इस मंडी में प्रति इकाई का औसत मूल्य 7250 रुपये था, जबकि न्यूनतम मूल्य 6800 रुपये था, और अधिकतम मूल्य 7450 रुपये था। 

समुद्रपुर मंडी में 1057 क्विंटल कपास की आवक हुई। न्यूनतम 6200 रुपये, औसत 7550 रुपये और अधिकतम 6900 रुपये था। 

इसके साथ ही कटोल मंडी में 79 क्विंटल कपास की आवक हुई। न्यूनतम मूल्य 6600 रुपये था, अधिकतम 7300 रुपये था और औसत मूल्य 7000 रुपये था।


click here to join our whatsapp group