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Moon Land Price : जानें क्या है चाँद पर जम़ीन का रेट, कानूनी है या गैर-कानूनी

आपने सुना होगा कि बहुत से लोग चांद पर जमीन खरीद रहे हैं। लेकिन क्या आप चांद पर जमीन की कीमतें जानते हैं? यदि हम आपको चांद पर जमीन के रेट बताते हैं तो शायद आपको विश्वास नहीं होगा। बता दें कि चांद में एक एकड़ जमीन का सिर्फ 3000 रुपये का मूल्य है। अब आप सोचेंगे कि ये जमीन इतनी सस्ती क्यों है। हम इसके बारे में अधिक विवरण देंगे।
 
 चाँद पर जम़ीन का रेट
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Haryana Update :- चांद पर जमीन खरीदने की चर्चा अक्सर होती है। चांद पर जमीन खरीदने वालों की सूची में अक्सर अभिनेता शाहरूख खान और सुशांत सिंह राजपूत का नाम आता है। 2018 में सुशांत सिंह राजपूत ने चांद पर जमीन खरीद ली। वहीं बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान को उनके प्रशंसक ने चांद पर जमीन तोहफे में दी थी।

कैसे खरीदें चांद पर जमीन रिपोर्ट के अनुसार, चांद पर जमीन बेचने का दावा करने वाली दो कंपनियों को International Lunar Lands Registry और Luna Society International कहा जाता है। 2002 में हैदराबाद के राजीव बागड़ी और 2006 में बेंगलुरू के ललित मोहता ने भी चांद पर प्लॉट खरीद लिया था। इन लोगों का मानना है कि जीवन चांद पर बसना ही है। International Lunar Land Registry से सुशांत ने चांद पर जमीन खरीदी थी। चांद के "सी ऑफ मसकोवी" में उनकी यह जमीन है।

कितनी कीमत है? लूनर रजिस्ट्री डॉट कॉम के अनुसार, चांद पर एक एकड़ जमीन की कीमत 37.50 डॉलर है, जो लगभग 3112.52 रुपये है। कम कीमत होने के कारण लोग भावनाओं में बहकर रजिस्ट्री करते हैं। जब जमीन की कीमत निर्धारित हो जाती है, तो आखिर चांद का मालिक कौन है? Outer Space Treaty 1967 के अनुसार, किसी भी देश या व्यक्ति को अंतरिक्ष के किसी भी ग्रह या चांद पर अधिकार नहीं है। यद्यपि चांद पर किसी भी देश का झंडा लग सकता है, उसका मालिक कोई नहीं है।

चांद पर जमीन खरीदना कानूनी है या गैरकानूनी?
इंटरनेशनल संगठनों का मानना है कि चांद की जमीन को कानूनी तौर पर किसी का मालिकाना हक नहीं माना जा सकता क्योंकि यह पूरी मानव जाति की धरोहर है। किसी एक देश को इस पर नियंत्रण नहीं मिल सकता। 1967 की आउटर स्पेस ट्रीटी के अनुसार, किसी भी देश या व्यक्ति को स्पेस में किसी भी ग्रह या उनके उपग्रहों पर अधिकार नहीं है। इस पर भारत सहित 110 देशों ने हस्ताक्षर किए हैं। कंपनियां बिना किसी अधिकार के चांद पर जमीन खरीदने का दावा करती हैं। यह गोरखधंधा है।