Nepal and Bhutan Journey : अब नेपाल, भूटान जाने के लिए नहीं लगता वीजा-पासपोर्ट, आधार भी नहीं आता काम, तो कौन से दस्तावें है जरूरी
Haryana Update,Nepal and Bhutan Journey : खूबसूरती के मामले में नेपाल और भूटान दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं। भारत से हर साल लाखों लोग इन दोनों देशों में घूमने आते हैं। वैसे तो दूसरे देश में घुसने के लिए वीजा या पासपोर्ट की आवश्यकता होती है, लेकिन भारतीय इस मामले में अच्छे हैं। नेपाल और भूटान जाने के लिए उन्हें न तो वीजा की जरूरत होती है और न ही पासपोर्ट की जरूरत होती है। फिर इन दोनों देशों की सैर कैसे की जा सकती है?
दरअसल, नेपाल और भूटान ने सिर्फ बिना वीजा और पासपोर्ट के भारत आने की अनुमति दी है। ठीक उसी तरह, इन दोनों देशों के नागरिकों को बिना वीजा या पासपोर्ट के भारत आने की अनुमति भी दी गई है। ऐसा किया गया है ताकि दोनों पड़ोसी देशों में भारत के पर्यटन को बढ़ाया जा सके। भारत भी इन देशों को काफी मदद करता है और इनका सहयोग भारत की सीमाओं को सुरक्षित रखने में मदद करता है।
यहां तक तो बात ठीक है, लेकिन जब इन दोनों देशों में घुसने के लिए आधार को अवैध घोषित कर दिया गया है, तो प्रश्न उठता है। बिलकुल सही, आपने आधार को पढ़ा, जो देश में सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज माना जाता है। नेपाल और भूटान दोनों इसे नहीं मानते।
ऐसे में सवाल उठता है कि दोनों देशों की यात्रा पर जाने वाले भारतीयों को कौन सा सामान साथ ले जाना चाहिए? 2017 में भारत के गृह मंत्रालय ने घोषणा की कि नेपाल और भूटान जाने के लिए आधार को मान्यता नहीं दी जाएगी। भारतीय नागरिकों को इसके बजाय आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड या पैन कार्ड जैसे दस्तावेजों का उपयोग करना चाहिए। ये दवा 15 साल से ऊपर के लोगों के लिए वैध है।
यदि आपके बच्चे भी नेपाल या भूटान की यात्रा पर जा रहे हैं, तो उनके लिए अलग ही डॉक् यूमेंट है। बच्चों के पास पैन कार्ड या वोटर आईडी कार्ड नहीं हैं। ऐसे में बच्चों को उनके जन्म प्रमाण पत्र या स्कूल का आईडी कार्ड ही वैलिड दस्तावेज के तौर पर प्रस्तुत किया जा सकता है।
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