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Delhi-NCR में की इन प्रॉपर्टी में क्यों बढ़ रहा महिलाओं द्वारा निवेश, स्मार्ट EMI प्लान बना रहे घर खरीदना आसान

Delhi-NCR में बीते कुछ वर्षों में महिला इन्वेस्टर्स और होमबायर्स की संख्या तेजी से बढ़ी है।  स्मार्ट EMI प्लान, जो घर खरीदना आसान बना रहे हैं, इसके पीछे सबसे बड़ा कारण हैं।

 
Delhi-NCR में की इन प्रॉपर्टी में क्यों बढ़ रहा महिलाओं द्वारा निवेश, स्मार्ट EMI प्लान बना रहे घर खरीदना आसान
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Women Home Buyers in Delhi-NCR: आज महिलाएं सिर्फ नौकरी या व्यवसाय तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि अपने नाम पर संपत्ति खरीदने का निर्णय भी खुद ले रही हैं।  दिल्ली-एनसीआर में बीते कुछ वर्षों में इन्वेस्टर्स और होमबायर्स की संख्या तेजी से बढ़ी है।  स्मार्ट EMI प्लान, जो घर खरीदना आसान बना रहे हैं, इसके पीछे सबसे बड़ा कारण हैं।

महिलाओं को आकर्षित करने के लिए रियल एस्टेट डेवलपर्स फ्लेक्सिबल भुगतान प्रणाली और अन्य सुविधाएं दे रहे हैं, जबकि बैंक और घरेलू फाइनेंस कंपनियां विशेष रियायतें दे रहे हैं।  महिलाओं के लिए इससे होम लोन लेना और चुकाना पहले से कहीं अधिक आसान हो गया है।


 एनारॉक कंज्यूमर सेंटिमेंट सर्वे (H2 2024) के अनुसार, 69% महिलाएं घर खरीद रही हैं, जबकि 30% इसे निवेश मानते हैं।  यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि महिलाएं अब संपत्ति में भावनात्मक रूप से नहीं, बल्कि वित्तीय योजना के तहत निवेश कर रही हैं।


2019 में केवल 57% महिलाओं ने रियल एस्टेट को सबसे अच्छा निवेश बताया था, लेकिन 2024 में यह आंकड़ा 70% तक पहुंच गया।
 महिलाओं ने स्टॉक्स की बजाय रियल एस्टेट की ओर रुख किया है।  2022 में महिलाओं की संख्या 20 प्रतिशत थी, जो अब सिर्फ 2 प्रतिशत रह गई है।
 सोने में निवेश करने वाली महिलाओं की संख्या 8 प्रतिशत से 12 प्रतिशत हो गई है।
 घर मालिकों को स्मार्ट EMI योजनाओं से बड़ी राहत मिल रही है


 रियल एस्टेट क्षेत्र में महिला खरीदारों की संख्या बढ़ने के साथ ही बैंक और डेवलपर्स EMI और पेमेंट प्लान को फ्लेक्सिबल बना रहे हैं।

कम ब्याज दर:
महिलाओं के लिए होम लोन पर ब्याज दर पुरुषों की तुलना में कम होती है, जिससे वे आसानी से किफायती ईएमआई प्लान का लाभ उठा सकती हैं.
कम डाउन पेमेंट:
कई डेवलपर्स महिलाओं को घर खरीदते समय कम डाउन पेमेंट का विकल्प दे रहे हैं, जिससे वे आसानी से अपना बजट मैनेज कर सकें.
लंबी अवधि की EMI सुविधा:
कुछ विशेष योजनाओं में महिलाओं को 25-30 साल तक की EMI अवधि दी जा रही है, जिससे उनका वित्तीय बोझ कम होता है.
सरकारी योजनाओं का लाभ:
प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत महिलाओं को 6.5% तक ब्याज सब्सिडी मिल रही है, जिससे होम लोन लेना और आसान हो गया है.

महिलाओं की पसंद बदल रही, लग्जरी और कमर्शियल प्रॉपर्टी में बढ़ रही रुचि

अब महिलाएं सिर्फ किफायती मकानों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि लग्जरी हाउसिंग और कमर्शियल प्रॉपर्टी की ओर भी रुख कर रही हैं.

2022 की दूसरी छमाही में 47% महिलाओं ने 90 लाख रुपये से अधिक कीमत वाली चीजों को प्राथमिकता दी, जबकि 2024 की दूसरी छमाही में 52 प्रतिशत महिलाओं ने ऐसा किया था।


8% महिलाएं 2.5 करोड़ रुपये से अधिक कीमत वाले घरों की तलाश कर रही हैं, जो उनकी आर्थिक शक्ति और लग्जरी घरों में बढ़ती रुचि का संकेत है।
रेडी-टू-मूव घरों की मांग 48% से घटकर 29% रह गई है, जबकि अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टीज में निवेश 10% से 18% हो गया है।

डेवलपर्स भी दे रहे हैं महिलाओं को खास ऑफर
रियल एस्टेट सेक्टर में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को लेकर डेवलपर्स भी खास ऑफर्स और योजनाएं ला रहे हैं.

काउंटी ग्रुप के अध्यक्ष अमित मोदी ने कहा कि महिलाएं घर खरीदना अब सुरक्षित निवेश के रूप में भी कर रही हैं।  हमने महिलाओं को बिना किसी वित्तीय दबाव के घर खरीदने की अनुमति दी है, जिसमें फ्लेक्सिबल पेमेंट प्लान, कम ब्याज दर और आसान होम लोन प्रक्रिया शामिल हैं।  हमने अपनी परियोजनाओं को लग्जरी घरों को ध्यान में रखते हुए बनाया है, खासकर दिल्ली-एनसीआर में महिलाएं।


रहेजा डेवलपर्स के वाइस प्रेसिडेंट, मोहित कालिया ने कहा कि महिलाओं का आत्मनिर्भर होना समाज और रियल एस्टेट दोनों के लिए सकारात्मक बदलाव है. हम इस बदलाव को समर्थन देने के लिए विशेष होमबायिंग योजनाएं लेकर आए हैं. हमारे प्रोजेक्ट्स में महिलाओं को फ्लेक्सिबल पेमेंट प्लान और छूट दी जा रही है. साथ ही, होम लोन की प्रक्रिया को भी आसान बनाया गया है ताकि वे बिना किसी झिझक के अपने सपनों का घर खरीद सकें.

एचसीबीएस डेवलपमेंट्स के ग्रुप मैनेजिंग डायरेक्टर, सौरभ सहारण ने कहा कि बीते कुछ वर्षों में महिला होमबायर्स की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है. खासकर दिल्ली-एनसीआर में महिलाएं संपत्ति खरीदने में रुचि दिखा रही हैं. इसे देखते हुए हमने अपने कई प्रोजेक्ट्स में महिलाओं के लिए किफायती ईएमआई प्लान पेश किए हैं. हमारा मकसद है कि हर महिला बिना ज्यादा वित्तीय दबाव के अपने घर का सपना पूरा कर सके.

ओकस ग्रुप के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर प्रकाश मेहता ने बताया कि हमने महसूस किया है कि महिलाएं घर खरीदते समय सुरक्षा, अच्छी लोकेशन और बेहतर पेमेंट प्लान को प्राथमिकता देती हैं. इसलिए हमने अपने प्रोजेक्ट्स को इसी आधार पर डिजाइन किया है. साथ ही, महिलाओं के लिए आसान भुगतान योजनाएं बनाई गई हैं.

स्‍पेक्‍ट्रम मेट्रो के वाइस प्रेजीडेंट सेल्‍स व मार्केटिंग अजेंद्र सिंह ने कहा कि बीते कुछ वर्षों में प्रॉपर्टी में निवेश करने वाली महिलाओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, खासकर दिल्ली-एनसीआर में. महिलाएं अब  ओनरशिप को एक स्वतंत्र निर्णय के रूप में देख रही हैं और अपनी पसंद और जरूरत के हिसाब से न सिर्फ रेजीडेंशियल बल्कि कमर्शियल प्रॉपर्टी में भी निवेश रही हैं.

एस्‍कॉन ग्रुप के एमडी नीरज शर्मा ने कहा कि महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को देखते हुए हमने उनके लिए कस्टमाइज्ड पेमेंट प्लान और कम डाउन पेमेंट जैसी सुविधाएं पेश की हैं. आज महिलाएं प्रॉपर्टी को सिर्फ रहने के लिए ही नहीं, बल्कि एक मजबूत फाइनेंशियल एसेट के रूप में भी देख रही हैं. हम अपने प्रोजेक्ट्स में उनकी जरूरतों के अनुसार सुरक्षा, बेहतर लोकेशन और आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं, ताकि वे आत्मविश्वास के साथ घर खरीद सकें.

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