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दक्षिण चीन सागर मे चीन ने कर दिया ये बड़ा काम, डर गया अमेरिका

China did this big work in South China Sea, America got scared… Haryana Update,South China Sea. रूस और यूक्रेन के युद्ध के बीच एक और बड़ी खबर आ रही है, दक्षिणी चीन सागर मे चीन की नौसेना ने ऐसा काम कर दिया की अमेरिका के भी होश उड़ चुके है। अमेरिका (US) के एक शीर्ष
 
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दक्षिण चीन सागर मे चीन ने कर दिया ये बड़ा काम, डर गया अमेरिका

China did this big work in South China Sea, America got scared…

Haryana Update,South China Sea. रूस और यूक्रेन के युद्ध के बीच एक और बड़ी खबर आ रही है, दक्षिणी चीन सागर मे चीन की नौसेना ने ऐसा काम कर दिया की अमेरिका के भी होश उड़ चुके है।

अमेरिका (US) के एक शीर्ष सैन्य कमांडर ने कहा है कि चीन (China) ने विवादित दक्षिण चीन सागर (South China Sea) में बनाए गए कई द्वीपों में से कम से कम तीन द्वीपों का पूर्ण सैन्यीकरण (Militarised ) कर दिया है। बीजिंग ने वहां पर जहाज रोधी और विमान रोधी मिसाइल प्रणाली, लेजर और जैमिंग उपकरण, लड़ाकू विमानों की तैनाती है। उन्होंने कहा कि चीन का इस आक्रामक रुख से आस-पास के सभी देशों को खतरा पैदा हो सकता है।

दक्षिण चीन सागर मे चीन ने कर दिया ये बड़ा काम, डर गया अमेरिका
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पड़ोसी देशों के लिए खतरा

अमेरिका के हिंद प्रशांत नैसेना कमान के कमांडर एडमिरल जॉन सी एक्विलिनो ने कहा कि यह शत्रुतापूर्ण कदम चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) के पूर्व में दिए गए आश्वासन के विपरीत है कि बीजिंग विवादित जलक्षेत्र में बनाए गए कृत्रिम द्वीपों को सैन्य ठिकाने में तब्दील नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि यह चीन की सैन्य ताकत दिखाने की कोशिश का हिस्सा है।

चीन का सबसे बड़ा सैन्य निर्माण हुआ

एक्विलिनो ने एसोसिएटेड प्रेस को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘हमारा मानना है कि द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से गत 20 साल में हमने चीन द्वारा सबसे विशाल सैन्य निर्माण देखा है।’ अमेरिकी कमांडर ने ये भी कहा कि चीन ने अपनी हर तरह की क्षमताओं को बढ़ाया है जिससे पूरे क्षेत्र के अस्थिर होने का खतरा बढ़ गया है। 

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चीन ने नहीं दिया कोई भी जवाब

एक्विलिनो के दावे पर तत्काल चीन के अधिकारियों की ओर से प्रतिक्रिया नहीं आई है। एक्विलिनो ने एपी से यह बातचीत अमेरिकी नौसना के टोही विमान में की, जिसने दक्षिण चीन सागर के स्प्रैटली द्वीपों पर चीन द्वारा बनाई गई चौकी के पास उड़ान भरी। यह दुनिया का सबसे विवादित क्षेत्र है।

रेडियो संदेश से समझ सकते है हालात कितने तनावपूर्ण है?

दरअसल P-8ए पोसीडॉन विमान से गश्त के दौरान चीन की ओर से लगातार चेतावनी दी जा रही थी कि वे गैर कानूनी तरीके से चीन के क्षेत्र में दाखिल हुए हैं और विमान को तुरंत वहां से जाने को कहा जा रहा था। एक रेडियो में संदेश में कहा गया, ‘चीन की स्प्रैटली द्वीपों और उसके आसपास के समुद्री इलाकों पर संप्रभुता है। किसी गलत आकलन से बचने के लिए तत्काल इस क्षेत्र से दूर हो जाएं।’

अमेरिकी वारशिप ने खारिज कर दी चीन की चेतावनी

हालांकि, अमेरिकी नौसेना के विमान ने कई बार दी गई चेतावानी को खारिज कर दिया, लेकिन विमान पर सवार एसोसिएटेड प्रेस के दो पत्रकारों के लिए वे तनाव के क्षण रहे। 

अमेरिकी पायलट ने चीनी संदेश के जवाब में कहा, ‘मैं संप्रभुता से मुक्त अमेरिकी नौसेना का विमान हूं और किसी देश के तट के साथ लगे राष्ट्रीय वायु क्षेत्र से परे वैध तरीके से सैन्य गतिविधि कर रहां हूं।’ अमेरिकी पायलट ने आगे ये भी कहा इस अभियान की गारंटी अंतरराष्ट्र्रीय कानून के तहत दी गई है और मैं सभी देशों के अधिकारों और कर्तव्यों का सम्मान करते हुए यह कार्य कर रहा हूं। 

पी-8ए पोसीडॉन चीन के कब्जे वाली भित्तियों के करीब 4500 मीटर की ऊंचाई पर उड़ रहा था और विमान के स्क्रीन पर छोटे शहर जैसे दृश्य दिख रहे थे जहां पर बहुमंजिली इमारत, गोदाम, हैंगर, बंदरगाह, हवाई पट्टी और गोलाकार ढांचे दिख रहे थे। एक्विलिनो ने बताया कि गोलाकार ढांचे राडार हैं और उनके नजदीक करीब 40 अज्ञात पोत संभवत: लंगर डाले हुए दिखाई दिए।

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