Chicken Airplane Test: हवाई जहाज के इंजन मे क्यों फेंके जाते है मुर्गे, क्या है सीक्रेट?
Chicken Fire in Airplane Engine: सभी ने हवाई जहाज का सफर किया होगा, लेकिन इसमें कुछ गुप्त बातें होती हैं, क्या आप जानते हैं कि प्लेन उड़ाने से पहले उसके इंजन पर चिकन फेंके जाते हैं? यह प्लेन और उसके यात्रियों की सुरक्षा के लिए होता है।
Haryana Update, Airplane Security test: फ्लाइट से यात्रा करना सभी पसंद करते हैं, क्योंकि यह समय बचाता है और यात्री को आराम से स्थान पर पहुंचाता है, लेकिन अधिकांश लोगों को पता नहीं होगा कि फ्लाइट की सुरक्षा के लिए एक विशिष्ट टेस्ट, हवाई जहाज के इंजन में मुर्गे फेंके या Chicken Fire किए जाते हैं।
ये टेस्ट प्लेन और उसमें सवार पैसेंजर्स की सुरक्षा के लिए होता है, जो आपके सवाल का उत्तर होगा।
ताकि हवाई जहाज को कोई नुकसान ना पहुंचे
ध्यान दें कि लैंडिंग या टेकऑफ के दौरान पक्षी जहाज के पंखे से टकराए तो जहाज को नुकसान हो सकता है। फ्लाइट क्रैश होने पर यात्रियों की जान भी चली जाती है। इस आशंका को खत्म करने के लिए इंजन स्टार्ट करते समय इसमे मरे हुए मुर्गे फेंके जाते हैं और ये चेक किया जाता है कि अगर कोई पक्षी हवाई जहाज से टकराए तो कहीं उसमे नुकसान तो नहीं होगा।
इस परीक्षण को 'bird cannon' कहा जाता है।
विमान निर्माता कंपनियां एक खास तरह की बर्ड गन या बर्ड कैनन से मुर्गे फेंककर टेस्ट करते हैं, अक्सर मरे हुए मुर्गे या नकली पक्षी, ताकि विमान का इंजन पक्षी के टकराने से न रुक जाए।
"चिकन" फायर किए जाते है
"बर्ड कैनन" में चिकन फायर किए जाते हैं, जैसे पक्षियों ने विमान के इंजन में टकराए जाते हैं, ताकि पता चल सके कि इंजन उस परिस्थिति को सहन कर पाएगा या नहीं, या कि इंजन में आग तो नहीं लगी है। ये दोनों इंजन और विंड शील्ड में होते हैं।
इस परीक्षा में कितना 'चिकन' फेंका जाता है?
Environmental Experts ने बताया कि इस प्रक्रिया को सालों पहले से किया जा रहा है और इसमें 2 से 4 किलो चिकन का उपयोग किया जाता है. यह एक सुरक्षा उपाय है जो इंजन में आग तो नहीं लग रही है, ये सुनिश्चित करता है।