Swami Vivekananda Jayanti : स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस पर क्यों मनाया जाता है युवा दिवस, जानिये कुछ रोचक तथ्य
Haryana Update, Swami Vivekananda Jayanti : हर साल 12 जनवरी को युवाओं के प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानन्द की जयंती मनाई जाती है। इस दिन को भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस (राष्ट्रीय युवा दिवस 2024) के रूप में भी मनाया जाता है। स्वामी विवेकानन्द का जन्म 12 जनवरी, 1863 को कलकत्ता में पिता विश्वनाथ दत्त और माता भुवनेश्वरी देवी के यहाँ हुआ था। स्वामी विवेकानन्द ने योग, राजयोग और ज्ञानयोग जैसे ग्रन्थ लिखकर युवाओं को एक नई राह दिखाई, जिसका भारतीय जनमानस पर जबरदस्त प्रभाव पड़ा और सदियों तक प्रभावित करता रहेगा। स्वामी जी न केवल एक संत थे बल्कि एक महान देशभक्त, दार्शनिक, वक्ता, विचारक और लेखक भी थे। स्वामी विवेकानन्द के ओजस्वी विचार युवाओं को सदैव प्रेरित करते रहे हैं, यही कारण है कि वर्ष 1985 में भारत सरकार ने स्वामीजी के जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। वह बहुत ही कम उम्र में एक प्रभावशाली और विश्व-प्रसिद्ध आध्यात्मिक नेता बन गए। जब उन्होंने 1893 में शिकागो, संयुक्त राज्य अमेरिका में आयोजित विश्व धार्मिक सम्मेलन में भारत और हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व किया, तो पूरी दुनिया उनके विचारों से आकर्षित हो गई। उन्होंने पश्चिमी संस्कृति में वेदांत और योग को लोकप्रिय बनाने में बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया।
क्या है कारण
स्वामी विवेकानन्द के संदेश आज भी युवाओं को आगे बढ़ने और कुछ करने की प्रेरणा देते हैं। स्वामी विवेकानन्द के विचार और आदर्श युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। इसलिए हर साल स्वामी विवेकानन्द की जयंती यानी 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
स्वामी विवेकानन्द के जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने का महत्वपूर्ण कारण उनका दर्शन, सिद्धांत, विचार और आदर्श हैं, जिनका उन्होंने स्वयं पालन किया और कई देशों में स्थापित किया। उनके ये विचार, सिद्धांत और आदर्श युवाओं में नई शक्ति और ऊर्जा का संचार करते हैं। 12 जनवरी को न केवल स्वामी विवेकानन्द की जयंती है, बल्कि राष्ट्रीय युवा दिवस होने के कारण यह दिन युवाओं के लिए भी महत्वपूर्ण है। ऐसे में आप युवाओं के इस त्योहार को इन शुभ संदेशों के साथ मना सकते हैं।