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KCC: किसानों को सरकार देगी लाखों का लोन, जानिए कैसे उठाएँ लाभ

किसान क्रेडिट कार्ड एक प्रकार का बैंक ऋण है जिसे छोटे और मंझले किसान अपनी कृषि जरूरतों के लिए लेते हैं। इस कार्ड के माध्यम से किसान अपनी फसल की लागत, बीज, उर्वरक, कीटनाशक, और अन्य कृषि उपकरणों की खरीदारी कर सकते हैं। इसके अलावा, किसान इस कार्ड से पशुपालन, मछली पालन और बागवानी जैसी गतिविधियों के लिए भी वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
 
KCC: किसानों को सरकार देगी लाखों का लोन, जानिए कैसे उठाएँ लाभ

किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card - KCC) भारतीय किसानों के लिए एक विशेष ऋण सुविधा है, जिसे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा किसानों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए शुरू किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को कृषि कार्यों के लिए आवश्यक धन उपलब्ध कराना है, ताकि वे सस्ते ब्याज दरों पर ऋण ले सकें और अपनी कृषि गतिविधियों को बढ़ावा दे सकें।

किसान क्रेडिट कार्ड क्या है?

किसान क्रेडिट कार्ड एक प्रकार का बैंक ऋण है जिसे छोटे और मंझले किसान अपनी कृषि जरूरतों के लिए लेते हैं। इस कार्ड के माध्यम से किसान अपनी फसल की लागत, बीज, उर्वरक, कीटनाशक, और अन्य कृषि उपकरणों की खरीदारी कर सकते हैं। इसके अलावा, किसान इस कार्ड से पशुपालन, मछली पालन और बागवानी जैसी गतिविधियों के लिए भी वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं।

किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के लाभ:

सस्ता ऋण: किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से मिलने वाला ऋण बहुत ही सस्ते ब्याज दरों पर होता है। इसका लाभ यह है कि किसान को उच्च ब्याज दरों के ऋण से छुटकारा मिलता है, जिससे उनकी वित्तीय स्थिति बेहतर हो सकती है।

लचीली पुनर्भुगतान योजना: किसान क्रेडिट कार्ड के तहत किसानों को अपनी ऋण राशि चुकाने के लिए एक लचीला पुनर्भुगतान विकल्प दिया जाता है, जो उनकी फसल की ऋण चुकौती क्षमता के अनुरूप होता है।

तत्काल ऋण: KCC के माध्यम से किसानों को तुरंत ऋण उपलब्ध कराया जाता है, जिससे उन्हें फसलों की समय पर देखभाल और अन्य जरूरतों के लिए पैसे की कोई कमी नहीं होती।

सुविधाजनक प्रक्रिया: KCC के लिए आवेदन करना बहुत ही आसान है। इसके लिए किसान को अपनी जमीन के दस्तावेज और अन्य जरूरी कागजात बैंक में जमा करने होते हैं। आवेदन प्रक्रिया को आसान और त्वरित बनाने के लिए कई बैंक और वित्तीय संस्थान किसानों के पास जाकर आवेदन स्वीकार करते हैं।

अन्य गतिविधियों के लिए भी ऋण: KCC के अंतर्गत कृषि के अलावा, पशुपालन, मछली पालन और बागवानी जैसे कार्यों के लिए भी ऋण उपलब्ध है, जिससे किसान अपनी कृषि गतिविधियों को विविधता दे सकते हैं।

किसान क्रेडिट कार्ड के लिए पात्रता

KCC के लिए आवेदन करने के लिए किसान को कुछ शर्तों को पूरा करना होता है, जैसे:

किसान के पास कृषि योग्य भूमि हो।
किसान सक्रिय रूप से कृषि कार्यों में संलग्न हो।
किसान के पास अपने बैंक खाते और पहचान दस्तावेज़ होना चाहिए।

किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कैसे करें?

आवेदन फॉर्म भरें: किसान को सबसे पहले बैंक से KCC आवेदन फॉर्म प्राप्त करना होगा और उसे भरकर संबंधित बैंक में जमा करना होगा।

दस्तावेज़ संलग्न करें: आवेदन के साथ आवश्यक दस्तावेज़ जैसे भूमि के कागजात, पहचान पत्र, पासबुक और अन्य बैंक विवरण संलग्न करना होते हैं।

प्रोसेसिंग और स्वीकृति: बैंक आवेदन की जांच करता है और यदि सभी शर्तें पूरी होती हैं, तो किसान को KCC जारी किया जाता है।

किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) ऋण राशि – जानिए कितना मिल सकता है

किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) भारतीय किसानों को उनकी कृषि कार्यों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने वाली एक प्रमुख योजना है। इस योजना के तहत किसानों को सस्ते ब्याज दरों पर ऋण दिया जाता है, ताकि वे अपनी फसल की देखभाल, बीज, उर्वरक, और अन्य आवश्यक सामान खरीद सकें।

किसान क्रेडिट कार्ड का ऋण राशि निर्धारण

किसान क्रेडिट कार्ड के तहत मिलने वाली ऋण राशि का निर्धारण कुछ प्रमुख पहलुओं पर आधारित होता है, जैसे कि किसान की भूमि का आकार, कृषि गतिविधियों की प्रकृति, और ऋण का उद्देश्य।

ऋण की अधिकतम सीमा:

सामान्यतः, किसान क्रेडिट कार्ड के तहत ऋण की अधिकतम सीमा 1.6 लाख रुपये तक हो सकती है, जो एक फसल चक्र (कृषि वर्ष) के लिए है। यह राशि छोटी जोत वाले किसानों के लिए उपयुक्त है।
यदि किसान को अधिक धनराशि की आवश्यकता होती है, तो यह सीमा बढ़ाई जा सकती है, लेकिन इसके लिए किसान को अतिरिक्त दस्तावेज़ और औपचारिकताओं से गुजरना पड़ता है।
ऋण की किस्तों में वितरण:

KCC के तहत मिलने वाली ऋण राशि दो प्रकार से दी जाती है:
कृषि कार्यों के लिए तत्काल ऋण – यह ऋण आमतौर पर 50,000 रुपये तक होता है और इसका उपयोग बीज, उर्वरक, कीटनाशक, आदि की खरीदारी के लिए किया जा सकता है।
विस्तारित ऋण – यदि किसान को अपनी फसल उत्पादन के अलावा अन्य कृषि गतिविधियों (जैसे पशुपालन, मछली पालन, बागवानी) के लिए ऋण की आवश्यकता होती है, तो वह भी इस ऋण के तहत शामिल किया जा सकता है।
सस्ती ब्याज दरें: किसान क्रेडिट कार्ड के ऋण पर ब्याज दर भी बहुत सस्ती होती है। आमतौर पर ब्याज दर 7% से लेकर 9% तक होती है, जो अन्य बैंक ऋणों की तुलना में काफी कम है। इसके अलावा, यदि किसान समय पर ऋण चुकता करता है, तो उसे ब्याज दर में और भी छूट मिल सकती है।

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ऋण के पुनर्भुगतान की प्रक्रिया: KCC का ऋण किसानों को लचीली पुनर्भुगतान योजनाओं के तहत दिया जाता है। किसान अपनी फसल की बिक्री के बाद ऋण चुकता कर सकते हैं। आमतौर पर, किसान को अपनी कर्ज राशि चुकता करने के लिए 12 महीने का समय मिलता है।


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