Mandi Bhav: गर्मी के साथ बढ़ेगी महंगाई, हो सकती है ये चीजें महंगी

Mandi Bhav: गेहूं और आटे की कीमतों में बढ़ोतरी से आम जनता परेशान हो गई है. महंगाई का आलम यह है कि अब गरीबों की थाली से रोटी गायब हो गई है.
हालांकि, महंगाई पर लगान लगाने के लिए केंद्र सरकार खुले बाजार में गेहूं की बिक्री कर रही है. इससे भी कीमतों में कोई सुधार नहीं हुआ है. इसी बीच खबर है अचानक मौसम में बदलाव और तापमान में वृद्धि से एक बार फिर महंगाई बढ़ जाएगी.
जानकारों का कहना है कि इसी तरह से तापमान में इजाफा होता रहा तो जल्द ही खाने- पीने की सभी सीचें महंगी हो सकती हैं. आइए पांच प्वॉइंट में जानते हैं गर्मी बढ़ने से कैसे महंगाई पर असर पड़ेगा.
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मी बढ़ने से हरी सब्जियां महंगी हो जाएंगी. क्योंकि तापमान बढ़ने से सब्जियों का प्रोडक्शन अपने- आप कम हो जाएगा. इससे मार्केट में सब्जियों की आवक कम हो जाएगी, जिससे कीमतें बढ़ जाएंगी. जानकारों के मुताबिक, जो हरी सब्जी अभी 40 रुपये किलो बिक रही है, वह 30 से 40 फीसदी महंगी हो जाएगी. ऐसे में आम लोगों का बजट पर असर पड़ेगा.
गर्मी के मौसम में फसलों को बहुत अधिक पानी की जरूरत होती है. अच्छी पैदावार के लिए किसानों को बार- बार सिंचाई करना पड़ेगा. ऐसे में किसानों को मोटी रकम डीजल पर ही खर्च करनी पड़ेगी. इससे फसलों की उत्पादन में लागत बढ़ जाएगी.
ऐसे में किसान मुनाफा कमाने के लिए ज्याद रेट पर व्यापारियों के साथ सब्जी बेचेंग. इस तरह सब्जियां आपके घर तक पहुंचते -पहुंचते महंगी हो जाएंगी.
कृषि जानकारों का कहना है कि अचनाक गर्मी बढ़ने से रबी फसलों पर प्रभाव पड़ेगा. खास कर गेहूं की पैदावार प्रभावित होगी. इससे गेहूं का उत्पादन में कमी आएगी.
साथ ही गुणवत्ता भी प्रभावित होगी. ऐसे में गेहूं का उत्पादन कम होने से आटे की कीमत एक बार फिर से बढ़ जाएगी, जिससे ब्रेड, बिस्किट, रोटी और केक सहित कई खाद्य पदार्थ महंगे हो जाएंगे.
गर्मी बढ़ने से फ्रूट भी महंगे हो जाएंगे. क्योंकि समय से पहले लू पड़ने से आम और लीची पर असर पड़ेगा. इससे प्रोडक्शन में कमी आएगी और कीमतें बढ़ जाएंगी.
बता दें कि गर्मी के मौसम में ईंधन की खपत बढ़ जाती है. खास कर फसलों की सिंचाई में डीजल का उपयोग ज्यादा होने लगता है. ऐसे में पेट्रोल- डीजल भी गर्मी बढ़ने से महंगे हो जाएंगे, जिसका सीधा असर महंगाई पर पड़ेगा. दरअसल, डीजल की कीतम बढ़ने पर ट्रांसपोर्टेशन चार्ज भी बढ़ जाएगी. इससे फल और सब्जी सहित सभी खाद्य पदार्थों की कीमतें बढ़ जाएंगी.