The Kashmir Files की सच्चाई पर आखिर क्यो बौखलाई काँग्रेस?

The Kashmir Files फिल्म मे दिखाई गयी सच्चाई को लेकर विवाद का महोल है, इसका ट्रेलर रिलीज होते ही इस फिल्म पर विवाद होने शुरू हो गए थे।बता दे की कश्मीरी पंडितों पर बनी ये फिल्म पर काँग्रेस समेत कई राजनीतिक पार्टियां बेचैन हो चुकी है, आखिर क्यों काँग्रेस इस फिल्म मे दिखाई गयी कश्मीरी पंडितो की सच्चाई से कॉंग्रेस बौखलाई हुई है…
कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) के नरसंहार और विस्थापन पर बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) देशभर के लोगों की आत्मा को लगातार झिंझोड़ रही है। फिल्म देखने के बाद लोग सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे हैं। फिल्म से देशभर में बने माहौल के बाद कांग्रेस (Congress) समेत बाकी विपक्षी पार्टियों और कश्मीरी नेताओं में बेचैनी बनी हुई है।
फिल्मों से नहीं चलेगा हिंदुस्तान : सुरजेवाला
कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) के नरसंहार के मुद्दे पर देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस (Congress) की बौखलाहट भी बुधवार को बाहर आ गई। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने बुधवार को ‘The Kashmir Files’ फिल्म पर अपनी भड़ास निकाली। सुरजेवाला ने कहा, ‘हिंदुस्तान फिल्मों से नहीं चलेगा। हिंदुस्तान सरकार के शासन और नीतियों से चलेगा।’
सुरजेवाला कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) की हत्याओं में शामिल आतंकियों पर कांग्रेस सरकार में नरमी से जुड़े सवालों पर असहज हो गए। उन्होंने कहा, ‘फिल्म देख-दिखाकर नफरत और बंटवारे से और नफरत की खेती से जिंदगियां नहीं चलेंगी।’
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‘कश्मीरी पंडितों के मामले में हमारी गलती नहीं‘
सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) के नरसंहार में कांग्रेस की भूमिका से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘जिस समय कश्मीरी पंडितों का घाटी से पलायन हुआ। उस समय केंद्र में वीपी सिंह की सरकार थी, जो बीजेपी के 85 सांसदों के सपोर्ट से चलती थी। उस दौरान लगभग डेढ़ लाख कश्मीरी पंडितों और सिखों ने पलायन किया। इसके बावजूद बीजेपी ने सरकार से अपना समर्थन वापस नहीं लिया।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता ने कहा, ‘कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) पर ज्यादती के वक्त बीजेपी से जुड़े जगमोहन को राज्यपाल बनाकर वहां भेज दिया गया। जिन्होंने कश्मीरी पंडितों से कहा कि वे उनकी जान नहीं बचा सकते। उन कश्मीरी पंडितों को बचाने के बजाय लाल कृष्ण आडवाणी अपने रथ मैनेजर नरेंद्र मोदी के साथ देशभर में सांप्रदायिक यात्रा निकालते रहे।’
‘राजीव गांधी ने उठाई थी कश्मीरी पंडितों के लिए आवाज‘
राजीव गांधी की शान में कसीदे पढ़ते हुए सुरजेवाला (Randeep Surjewala) बोले, ‘उस दौरान देश में केवल एक पार्टी और एक व्यक्ति ऐसा था, जिसने कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) के साथ हुई नाइंसाफी का विरोध किया। वे व्यक्ति और कोई नहीं बल्कि राजीव गांधी थे। उनके नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने संसद का घेराव किया और सरकार से कहा कि जागिए और कुछ कीजिए। इसके बाद बीजेपी ने वीपी सिंह सरकार से समर्थन वापस ले लिया।’
‘कश्मीरी पंडितों का कब तक करेंगे पुनर्वास’
सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने दावा किया, ‘यूपीए सरकार कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) के लिए पैकेज लेकर आई और 3 हजार कश्मीरी पंडितों को रोजगार दिया। उसके शासनकाल में 10 साल में 2041 आतंकी मारे गए। मोदी सरकार बताए कि उनके शासन काल में कितने आतंकी मारे गए। मोदी जी यह भी बताएं कि कश्मीरी पंडितों का पुर्नवास कब तक कर देंगे। हमें इसकी स्पष्ट तारीख बताएं। हिंदुस्तान फिल्मों से नहीं चलेगा। हिंदुस्तान सरकार के शासन और नीतियों से चलेगा।’