Expressway: दिल्ली देहरादून एक्स्प्रेसवे को लेकर गुड न्यूज, जल्द ले पाएंगे जंगल सफारी का मजा
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे भारत के उत्तराखंड और दिल्ली के बीच तेज और सुरक्षित कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। यह 6-लेन का एक्सप्रेसवे है, जिसे भविष्य में 12-लेन तक विस्तार करने की क्षमता के साथ डिजाइन किया गया है। यह परियोजना अक्षरधाम, दिल्ली से शुरू होकर शास्त्री पार्क, खजूरी खास, मंडोला, बागपत, खेकड़ा, शामली, सहारनपुर और अन्य क्षेत्रों से होते हुए देहरादून तक जाएगी।
यात्रा का समय और लाभ:
मौजूदा समय में दिल्ली से देहरादून की यात्रा में 6.5 घंटे का समय लगता है।
एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद यह समय घटकर 2.5 घंटे हो जाएगा।
यह परियोजना न केवल समय की बचत करेगी बल्कि ईंधन की खपत और प्रदूषण को भी कम करेगी।
परियोजना की संरचना:
दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे राजमार्ग का रूट:
यह अक्षरधाम (दिल्ली) से शुरू होकर उत्तर प्रदेश के कई शहरों (बागपत, शामली, सहारनपुर) और उत्तराखंड के क्षेत्रों से होकर गुजरेगा।
वाइल्डलाइफ फ्रेंडली डिजाइन:
राजाजी टाइगर रिजर्व और शिवालिक पहाड़ियों के पास पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए विशेष संरचनाएं बनाई जा रही हैं।
12 किमी का वाइल्डलाइफ एलिवेटेड कॉरिडोर एशिया का सबसे लंबा होगा।
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मुख्य विशेषताएं:
यह राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना के तहत भारत का पहला "ग्रीनफील्ड" एक्सप्रेसवे है।
हर 25 किलोमीटर पर रेस्ट स्टॉप, पेट्रोल पंप और अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
दत काली देवी टनल: देहरादून के पास 340 मीटर लंबी सुरंग, यात्रा को सुरक्षित और आसान बनाएगी।
स्थिति और उद्घाटन:
निर्माण का 90% काम पूरा हो चुका है।
इसे दिसंबर 2024 के अंत या 2025 की शुरुआत में जनता के लिए खोले जाने की संभावना है।
यह एक्सप्रेसवे न केवल दिल्ली और देहरादून के बीच यातायात को सुव्यवस्थित करेगा बल्कि उत्तराखंड के पर्यटन और क्षेत्रीय विकास को भी बढ़ावा देगा।