8th CPC Update: अब नहीं मिलेगा 2.57 या 2.86 गुना वेतन, सिर्फ इतनी होगी बढ़ोतरी

8th Pay Commission: सैलरी में कितना इजाफा होगा?
अगर पुराने वेतन आयोगों का रेकॉर्ड देखें तो आमतौर पर 27% तक सैलरी में बढ़ोतरी देखने को मिली है। लेकिन 7वें वेतन आयोग में यह वृद्धि सिर्फ 14.27% रही थी। अब जब 8वां वेतन आयोग सामने है, तो अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार सैलरी में इजाफा 18% के आसपास हो सकता है।
मौजूदा महंगाई भत्ते (DA) को देखा जाए तो यह 55% तक पहुंच चुका है और 1 जनवरी 2026 तक इसके 60-62% तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, 61% महंगाई भत्ता मानें तो फिटमेंट फैक्टर के आधार पर सैलरी में ज्यादा उछाल की उम्मीद कम ही है।
फिटमेंट फैक्टर क्या होता है और इसका क्या असर होता है?
फिटमेंट फैक्टर वह गुणांक होता है जिससे कर्मचारियों की बेसिक सैलरी को गुणा किया जाता है, जिससे नई सैलरी तय होती है। उदाहरण के लिए, अगर किसी कर्मचारी की मौजूदा बेसिक सैलरी ₹18,000 है और फिटमेंट फैक्टर 1.90 तय किया गया तो नई सैलरी होगी ₹18,000 x 1.90 = ₹34,200।
7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 था, लेकिन इस बार रिपोर्ट्स और अनुमान के मुताबिक फिटमेंट फैक्टर 2.28 या 2.86 नहीं होगा, बल्कि इसे मौजूदा आर्थिक हालात, महंगाई दर और DA के अनुसार तय किया जाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार यह सिर्फ 1.90 हो सकता है।
फिटमेंट फैक्टर 1.90 क्यों रहेगा?
अगर सैलरी में औसतन 18% की वृद्धि होती है और महंगाई भत्ता 61% के आसपास होता है, तो ऐसे में फिटमेंट फैक्टर 1.90 के करीब ही रह सकता है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि इस बार बड़ी सैलरी बढ़ोतरी की संभावना बहुत ज्यादा नहीं है। हालांकि, सरकार पर कर्मचारी संगठनों का दबाव बना रहेगा कि इसे 2 से ज्यादा किया जाए।
8वें वेतन आयोग की सिफारिशें कब तक आएंगी?
8वां वेतन आयोग 1 जनवरी 2026 से लागू होगा, लेकिन इसकी सिफारिशें आने और इसे लागू होने में वक्त लग सकता है। सूत्रों की मानें तो आयोग अपनी अंतरिम रिपोर्ट मई 2026 तक पेश कर सकता है, जबकि अंतिम रिपोर्ट आने में 15 से 18 महीने तक का समय लग सकता है।
हालांकि, सैलरी में जो भी बदलाव होगा, उसका प्रभाव 1 जनवरी 2026 से ही माना जाएगा। मतलब, जितनी देरी से रिपोर्ट आएगी, उतने महीनों का एरियर कर्मचारियों को मिलेगा।
क्या DA की गणना में भी बदलाव होगा?
सूत्रों की मानें तो सरकार DA की गणना के बेस ईयर को भी बदल सकती है। अभी DA का कैलकुलेशन 2016 को आधार मानकर किया जाता है, लेकिन 8वें वेतन आयोग के बाद यह बेस ईयर 2026 हो सकता है। इससे DA की दरें और कैलकुलेशन सिस्टम भी नए तरीके से तय होंगे।
क्या पुराना DA मर्ज किया जाएगा?
अगर 1 जनवरी 2026 तक DA 61% तक पहुंच जाता है और बेस ईयर बदला जाता है तो संभावना है कि इस DA को नई बेसिक सैलरी में मर्ज कर दिया जाएगा। इससे अगली DA गणना फिर से शून्य से शुरू होगी। हालांकि, सरकार की तरफ से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
केंद्रीय कर्मचारियों को 8वें वेतन आयोग से बड़ी उम्मीदें हैं लेकिन सैलरी में बंपर बढ़ोतरी की संभावना कम नजर आ रही है। फिटमेंट फैक्टर की गणना महंगाई दर और DA के आधार पर होगी और अगर स्थिति वैसी ही रही तो 1.90 का फिटमेंट फैक्टर तय हो सकता है। हालांकि, अंतिम निर्णय आयोग की सिफारिशों और सरकार की मंजूरी के बाद ही होगा।