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8वां वेतन आयोग लागू: कर्मचारियों की सैलरी में बंपर बढ़ोतरी वृद्धि, पूरी जानकारी

केंद्र सरकार ने 8वें वेतन आयोग को लागू कर दिया है, जिससे सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में बंपर बढ़ोतरी होगी। नए नियमों के अनुसार, कर्मचारियों को उनके बेसिक वेतन में अच्छा खासा इजाफा मिलेगा। इसके साथ ही, भत्तों और अन्य लाभों में भी वृद्धि की जाएगी, जिससे कर्मचारियों की वित्तीय स्थिति बेहतर होगी। इस फैसले से लाखों सरकारी कर्मचारियों को सीधा फायदा मिलेगा।
 
8वां वेतन आयोग लागू: कर्मचारियों की सैलरी में बंपर बढ़ोतरी वृद्धि, पूरी जानकारी
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Haryana update : 2025 के नए साल की शुरुआत में केंद्र सरकार ने लाखों सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स को 8वें वेतन आयोग के गठन की मंजूरी दे दी है। इससे कर्मचारियों की सैलरी और पेंशनधारकों की पेंशन में इजाफा होगा। सूचना-प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रीमंडल की बैठक में यह महत्वपूर्ण फैसला लिया गया। इसके बाद आयोग के अध्यक्ष और दो अन्य सदस्य जल्द ही नियुक्त किए जाएंगे।

1 करोड़ कर्मचारियों को होगा फायदा

सरकार हर 10 साल में कर्मचारियों के वेतन ढांचे को संशोधित करने के लिए वेतन आयोग का गठन करती है। इस फैसले से केंद्र सरकार के 1 करोड़ से ज्यादा कर्मचारियों और पेंशनर्स को फायदा होगा। वर्तमान में, करीब 48.62 लाख केंद्रीय कर्मचारी और 67.85 लाख पेंशनर हैं। इस आयोग की सिफारिशों के आधार पर कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन बढ़ेगी।

महंगाई भत्ते और राहत में बढ़ोत्तरी

वेतन आयोग की सिफारिशों के तहत केंद्रीय कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता (DA) और पेंशनर्स के लिए महंगाई राहत (DR) में बढ़ोतरी होगी। इससे कर्मचारियों और पेंशनर्स को महंगाई के दबाव से राहत मिलेगी।

सैलरी में कितनी बढ़ेगी इजाफा?

8वें वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी की जाएगी। अभी तक, सैलरी में इजाफे का निर्धारण फिटमेंट फैक्टर के आधार पर किया जाता है। 7वें वेतन आयोग में यह फैक्टर 2.57 था, जबकि 8वें वेतन आयोग में इसे 2.86 तक बढ़ाने की सिफारिश की जा सकती है। इससे कर्मचारियों की सैलरी में और ज्यादा बढ़ोतरी होने की संभावना है।

मध्य प्रदेश के न्यायिक कर्मियों के वेतनमान पर फैसला

मध्य प्रदेश के न्यायिक कर्मियों के वेतनमान का मामला भी राज्य कैबिनेट में रखा जाएगा। जस्टिस सुश्रुत अरविंद धर्माधिकारी और जस्टिस अवनींद्र कुमार सिंह की डिवीजन बेंच ने इस मामले में सरकार को प्रगति प्रतिवेदन पेश करने का निर्देश दिया है।

इस मामले को लेकर हाईकोर्ट के कर्मचारी किशन पिल्लई और अन्य ने 2016 में याचिका दायर की थी, जिसमें उच्च वेतनमान का लाभ न दिए जाने पर सवाल उठाया गया था। हाईकोर्ट ने अप्रैल 2017 में आदेश दिया था कि राज्य सरकार इस मामले पर फैसला लेकर 27 जून 2015 से पहले इसे सुलझाए। अब इस मामले को फिर से कैबिनेट में रखा जाएगा, और इसका अंतिम फैसला राज्यपाल तक पहुंचने से पहले चार सप्ताह में होना चाहिए।

केंद्र सरकार द्वारा 8वें वेतन आयोग का गठन कर्मचारियों के लिए एक बड़ा तोहफा साबित होगा, जिससे उनके वेतन और पेंशन में इजाफा होगा। इसके अलावा, मध्य प्रदेश के न्यायिक कर्मियों के लिए उच्च वेतनमान का मामला भी जल्द ही सुलझने की दिशा में बढ़ रहा है।