शराब पीने वालों के लिए जरूरी खबर! रोजाना 1, 2 या 3 पैग, कितनी मात्रा है सेहत के लिए सही?
Alcohol Consumption Limit: शराब पीने वालों के लिए यह खबर काम की हो सकती है। अक्सर लोग यह सोचते हैं कि 1, 2 या 3 पैग रोजाना पीना सुरक्षित है या नहीं। डॉक्टरों के अनुसार, शराब की सीमित मात्रा ही स्वास्थ्य के लिए ठीक होती है, लेकिन ज्यादा सेवन गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। नीचे पढ़ें पूरी डिटेल।

Haryana Update, Digital Desk: आजकल शराब लोगों के सेलिब्रेशन का एक हिस्सा बन गया है। शराब की लत लगने पर कई लोग हर दिन पीना शुरू कर देते हैं।
इसमें एल्कोहल होता है, जो कैंसर और लिवर फेलियर को जन्म दे सकता है। रोजाना कितनी शराब पीना सुरक्षित है? यह सबसे बड़ा सवाल है।
कुछ लोगों का मानना है कि प्रतिदिन 1-2 पैग शराब पीने से सेहत को कोई नुकसान नहीं है, जबकि कई लोग प्रतिदिन 3-4 पैग शराब पीने को भी ठीक मानते हैं।
शराब के कुछ फायदे भी बताए गए हैं, लेकिन इसके बारे में बहुत विवाद है। Health Experts मानते हैं कि शराब सेहत के लिए बहुत खतरनाक है।
इसी वर्ष विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी शराब पर एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें कई चौंकाने वाली बातें सामने आईं।
इसमें कितनी मात्रा में शराब पीना सुरक्षित माना जा सकता है और इसका शरीर पर क्या असर होता है। नए साल से पहले सभी को यह जानना बहुत महत्वपूर्ण है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शराब की सही सीमा बताई है
WHO ने कहा कि शराब की एक बूंद को भी सुरक्षित नहीं माना जा सकता है। शराब या अन्य एल्कोहल वाली ड्रिंक्स कम से कम भी खतरनाक हैं।
लोगों को शराब बिल्कुल नहीं पीनी चाहिए।
WHH ने वर्षों के अध्ययन के बाद यह निष्कर्ष निकाला है। शराब की पहली बूंद पीने से कैंसर और लिवर फेलियर का खतरा बढ़ जाता है। 1 पैग शराब या बीयर को भी सुरक्षित मानना गलतफहमी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि अभी तक किसी अध्ययन ने नहीं दिखाया कि शराब सेहत के लिए अच्छा है। ऐसी रिसर्च विवादित हैं।
शराब सेहत के लिए क्यों घातक है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि शराब में एल्कोहल मिलाया जाता है, जो एक जहरीला (Toxic) पदार्थ है। इससे शरीर को बहुत नुकसान होता है। साल पहले, International Agency for Cancer Research ने एल्कोहल को ग्रुप 1 कार्सिनोजेन (Group 1 carcinogen) बताया था।
कार्सिनोजेन कैंसर का कारण बनता है। एस्बेस्टस, रेडिएशन और तंबाकू भी इस घातक समूह में शामिल हैं। शराब, तंबाकू और रेडिएशन से कई कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। WWOO कहता है कि वह शराब के तथाकथित सुरक्षित स्तरों पर बात नहीं कर सकता।