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Bank Rules : सेविंग अकाउंट के इन नियमों का जरूर करें पालन, वरना...

Bank Rules : बैंक सेविंग अकाउंट रखने वालों के लिए यह खबर बेहद जरूरी है। अगर आप अकाउंट से जुड़े नियमों का पालन नहीं करेंगे तो इनकम टैक्स का नोटिस मिल सकता है। ज्यादा लेनदेन, मिनिमम बैलेंस की अनदेखी या बार-बार ट्रांजैक्शन से परेशानी हो सकती है। जानिए जरूरी नियम, नीचे पढ़ें पूरी डिटेल।

 
Bank Rules : सेविंग अकाउंट के इन नियमों का जरूर करें पालन, वरना...
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Haryana Update : हो सकता है कि आपने कई बार सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए एक से ज्यादा बैंक अकाउंट खोले हों। सेविंग अकाउंट को लेकर बैंक के कुछ नियम होते हैं जिनका पालन करना जरूरी है। अगर इन नियमों का उल्लंघन होता है, तो आपको आयकर विभाग की जांच या नोटिस का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं सेविंग अकाउंट से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के बारे में।

लेन-देन की सीमा जानें

सर्वप्रथम यह सुनिश्चित करें कि आपका सेविंग अकाउंट पैन और आधार से जुड़ा है या नहीं। इससे आपके बैंकिंग लेन-देन में कोई समस्या नहीं आएगी और आपके लेन-देन पारदर्शी और वैध रहेंगे। अगर आप एक वित्तीय वर्ष में 10 लाख रुपये से अधिक नकद जमा या निकासी करते हैं, तो आप आयकर विभाग की रडार पर आ सकते हैं।

लेन-देन और टीडीएस पर ध्यान दें

अगर आप चेक या ऑनलाइन माध्यम से लेन-देन कर रहे हैं और यदि एक वित्तीय वर्ष में कुल 50 लाख रुपये या उससे अधिक का लेन-देन होता है, तो इसकी जानकारी आयकर विभाग को देना जरूरी है। साथ ही, सेविंग अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज पर टीडीएस (Tax Deducted at Source) नहीं लगता है, लेकिन अगर ब्याज की राशि 10,000 रुपये से ज्यादा हो, तो इसे आयकर रिटर्न में दिखाना आवश्यक है।

बड़े लेन-देन की जानकारी दें

अगर आप बैंक में लॉकर लेते हैं या 1 लाख रुपये या उससे अधिक का निवेश करते हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि यह धन वैध रूप से इस खर्च का समर्थन कर रहा हो। एक से ज्यादा बचत खाते होने पर, उनका उपयोग सिर्फ व्यक्तिगत और कानूनी कार्यों के लिए करें। बेवजह के लेन-देन से बचें।

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बेनामी लेन-देन से बचें

अगर आपकी आय आयकर के दायरे में आती है, तो सही समय पर आयकर रिटर्न दाखिल करें। इसके साथ ही बचत खाते से होने वाली ब्याज आय को इसमें जरूर सम्मिलित करें। ध्यान रखें कि अपना अकाउंट किसी अन्य व्यक्ति की नकदी या संदिग्ध लेन-देन के लिए न उपयोग करें, क्योंकि यह बेनामी लेन-देन के अंतर्गत आता है और आयकर विभाग से नोटिस मिल सकता है।

नकद लेन-देन की सीमा

आयकर कानून के अनुसार, एक व्यक्ति एक दिन में 2 लाख रुपये से अधिक की नकद लेन-देन नहीं कर सकता है। यदि ऐसा किया जाता है, तो आयकर विभाग से नोटिस मिल सकता है। इसलिए, अपनी बैंकिंग लेन-देन का सही रिकॉर्ड रखें ताकि किसी भी पूछताछ के समय समस्या न हो।

नियमों का पालन करें

सेविंग अकाउंट से जुड़े इन नियमों का सही तरीके से पालन करके आप अपने अकाउंट को वैध और पारदर्शी रख सकते हैं, और आयकर विभाग की जांच या नोटिस से बच सकते हैं।

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