सरकारी संस्थानों में बढ़ी इतनी सीटें,Bihar ITI में एडमिशन लेने वाले छात्रों के लिए खुशखबरी
आईटीआई में एडमिशन लेने वाले छात्रों के लिए खुशखबरी है. इस साल आईटीआई की सीटों की संख्या को बढ़ा दिया गया है. आइए जानते हैं कि कितनी सीटों का इजाफा हुआ है.

Bihar ITI: बिहार में इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (ITI) में एडमिशन लेने जा रहे स्टूडेंट्स के लिए अच्छी खबर है. दरअसल, बिहार के सरकारी आईटीआई संस्थानों में सीटों का इजाफा हुआ है.
राज्य में ITI संस्थानों में कुल मिलाकर 2744 सीटों की बढ़ोतरी की गई है. आईटीआई में अभी तक 29,652 सीटों पर ही एडमिशन दिया जा रहा था. हालांकि, अब सीटों की संख्या बढ़ चुकी है, इस तरह से अब कुल मिलाकर 32,396 सीटों पर दाखिला मिलेगा. इससे बड़ी संख्या में छात्रों को आईटीआई की पढ़ाई का मौका मिलेगा.
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बिहार में आईटीआई की पढ़ाई करवाने वाले संस्थानों की संख्या 149 है. सामान्य संस्थानों की संख्या 111 है, जबकि महिला प्रशिक्षण संस्थान 38 हैं. एकेडमिक सेशन 2022-23 में एडमिशन के लिए 29,652 सीटों को मंजूरी दी गई थी. हालांकि, पिछले साल आईटीआई के लिए आवेदन करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या बहुत ज्यादा हो गई, जिसके बाद इस साल सरकार ने फैसला किया कि सीटों की संख्या में इजाफा किया जाएगा. इस तरह अब 2,744 सीटों को बढ़ाया गया है.
एंट्रेंस एग्जाम के लिए करें आवेदन
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राज्य के इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है. इस एग्जाम को ITICAT के तौर पर जाना जाता है, जिसे करवाने की जिम्मेदारी बिहार कंबाइंड एंट्रेंस कॉम्पिटेटिव एग्जामिनेशन बोर्ड की होती है. इस साल आईटीआई में दाखिले के लिए एंट्रेंस एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है.
एंट्रेंस एग्जाम के लिए ऑनलाइन एप्लिकेशन की शुरुआत 15 अप्रैल से हुई, जो 13 मई तक चलने वाली है. जिन स्टूडेंट्स ने अभी तक एंट्रेंस एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं किया है. वे कॉम्पिटेटिव एग्जामिनेशन बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट bceceboard.bihar.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं.
बिहार में इस साल आईटीआई में एक और बड़ा बदलाव किया गया है. आईटीआई की कुल सीटों में से 25 फीसदी सीटें अब बंधेज के तहत नहीं होंगी. इसका मतलब हुआ कि 8 हजार सीटें अब बंधेज के दायरे से बाहर हो गई हैं. दरअसल, स्टूडेंट्स को अभी तक अपने गृह जिले या फिर पैरेंट्स के सरकारी सेवा वाले जिले में ही आईटीआई में एडमिशन लेना पड़ता था. इन आठ हजार सीटों पर अब किसी भी जिले के स्टूडेंट्स एडमिशन ले पाएंगे.