Chanakya Niti: महिलाओं को इस काम में आता है सबसे ज्यादा आनंद, पुरुष जरूर, पुरुष ध्यान जरूर दें

इस राजनीति में आचार्य चाणक्य ने स्त्री के पांच गुणों का वर्णन किया: भूख, लज्जा, अर्थ, लज्जा, साहस और वासना।
साथ ही, आचार्य चाणक्य ने अपनी राजनीतिक पुस्तकों में महिलाओं के विशिष्ट लक्षणों का वर्णन किया है, जो वे हमेशा याद रखती हैं। उसने किसी को इस बारे में नहीं बताया। चाणक्य ने राजनीति में महिलाओं को पुरुषों के बराबर मानते हैं।
OPS Scheme : सरकारी कर्मचारियों को बड़ी सौगात, 20 साल बाद फिर लागू हो सकती है पुरानी पेंशन योजना
महिलाओं में चार गुना शर्मिंदगी: Chanakya Niti
आचार्य चाणक्य की चाणक्य नीति के अनुसार, महिलाओं की शर्मिंदगी पुरुषों की तुलना में चार गुना अधिक होती है। महिलाओं की भूख दोगुनी होती है उपरोक्त श्लोक में आचार्य चाणक्य ने नारी शक्ति का वर्णन किया है। आचार्य चाणक्य ने कहा कि महिलाओं को पुरुषों से दोगुनी भूख लगती है।
आज की लाइफस्टाइल में काम करने से महिलाओं की डाइट बाधित होती है, लेकिन वे अपनी भूख को नियंत्रित कर सकती हैं।
महिलाओं को अक्सर कुछ भी कहने से पहले इतनी शर्मिंदगी उठानी पड़ती है। चाणक्य नीति कहती है कि महिलाएं शुरू से ही साहसी होती हैं।
पुरुषों से छह गुना अधिक साहसी महिलाएं हैं। नारी को इसलिए शक्ति की भी प्रतिमूर्ति मानते हैं। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में कामेच्छा अधिक होती है, लेकिन चाणक्य ने कहा कि महिलाओं में शर्म और सहनशीलता भी अधिक होती है। इसलिए वे इसका खुलासा नहीं करतीं और अपने संस्कारों की रक्षा करती हैं।