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टॉप कॉलेजों में कैसे मिलेगा एडमिशन,डीयू में इन कोर्सेज की होगी सबसे ज्यादा डिमांड

DU Admission 2023: दिल्ली यूनिवर्सिटी में इस साल एडमिशन CUET एग्जाम के जरिए मिलने वाला है. हर साल की तरह ही इस साल भी कई सारे ऐसे कोर्स हैं, जिनकी बहुत ज्यादा डिमांड रहने वाली है.

 
 Delhi University UG Admission, Delhi University UG Admission Process
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DU UG Admission: यूजी एडमिशन में Delhi University देश के टॉप यूनिवर्सिटी में है. CUET 2023 का डेटा यही कहता है. ऐसे में जरूरी है कि यह भी जान लिया जाए कि कौन सा कॉलेज और कौन से कोर्स चुनना ठीक रहेगा. अभी स्टूडेंट्स ने सीयूईटी फॉर्म भरते समय मनचाहा कोर्स और मनचाही यूनिवर्सिटी ही चुनी है. इस पर रिसर्च का काम समय से पूरा करना उचित होगा. अगले महीने दिल्ली यूनिवर्सिटी अपने यहां रजिस्ट्रेशन शुरू कर सकता है.

जिन स्टूडेंट्स ने दिल्ली यूनिवर्सिटी अपने शुरुआती फॉर्म में भरा है, उनके लिए जरूरी है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर सतर्क दृष्टि रखें. जैसे ही यह ओपन हो, रजिस्ट्रेशन कर दें. यहां आप कॉलेज चुनने का ऑप्शन पा सकेंगे. कोर्स आपने पहले से ही चुनकर रखा है लेकिन कई विषय चुने हैं. दिल्ली यूनिवर्सिटी का फॉर्म भरते हुए कोर्स पर और फोकस करना होगा.

DU के पास यूजी के 73 कोर्स हैं. 90 कॉलेज हैं. इनमें 70 हजार यूजी सीट उपलब्ध हैं. ऐसे में यह तय है कि एडमिशन अधिकतम 70 हजार का ही होने वाला है. बाकी स्टूडेंट्स को कहीं और एडमिशन लेना होगा. इस कॉपी में हम आपके लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी के टॉप कॉमर्स और टॉप हयूमिनिटीज के 10-10 कॉलेज की लिस्ट लेकर आए हैं. यह भी बताने का प्रयास है कि किन कोर्सेज की डिमांड ज्यादा रहने वाली है.

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देशबंधु कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर अभिषेक कहते हैं कि कॉमर्स जैसे कोर्स में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं. इसलिए ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स एडमिशन चाहते हैं. हालांकि, ह्यूमैनिटीज के अनेक कोर्सेज हैं, जहां रोजगार भी हैं और करियर का बहुआयामी विकास भी तय है. पॉलिटिकल साइंस, मनोविज्ञान जैसे विषय इसमें बहुत मददगार हैं.

प्रो. गांधी ने बताया कि एडमिशन का प्रॉसेस हम तैयार कर रहे हैं. जल्दी ही फार्मूला स्टूडेंट्स के बीच आ जाएगा. उन्होंने अपेक्षा की कि स्टूडेंट्स खूब मेहनत से एग्जाम दें, जिससे मेरिट में उन्हें ऊंची जगह मिले. सबसे पहली जरूरत इसी पर ध्यान देने की है.

एंट्रेंस टेस्ट बढ़िया होने पर मिलेगा एडमिशन

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प्रो राजेश कुमार झा कहते हैं कि दिल्ली यूनिवर्सिटी यूपी-बिहार के स्टूडेंट्स की पसंद बनकर उभरा है. ऐसे में स्टूडेंट्स को हर पल सावधान रहने की जरूरत है. सीटें कम है और दावेदार ज्यादा, ऐसे में जरूरी है कि एंट्रेंस टेस्ट बढ़िया हो. प्रो झा कहते हैं कि नई शिक्षा नीति लागू हो चुकी है. यूजी में एक साल पढ़ने वाले को सर्टिफिकेट, दो साल पढ़ने वाले को डिप्लोमा, तीन साल में डिग्री और चार साल में यूजी करने वाले स्टूडेंट्स को ऑनर्स विद रिसर्च की डिग्री मिलने वाली है.

प्रो झा और असिस्टेंट प्रोफेसर अभिषेक कहते हैं कि यह कहने की जरूरत नहीं है कि यूनिवर्सिटी के सभी प्रमुख कॉलेज टॉप स्कोरर स्टूडेंट्स से भर जाने वाले हैं. स्टूडेंट्स को अपना स्कोर ठीक करने पर ही ध्यान देना है. बाकी कहीं नहीं. सभी टॉप कॉलेज के प्रमुख कोर्स 96-100 परसेंटाइल में भर जाते हैं. इससे नीचे वालों को दिल्ली यूनिवर्सिटी के अन्य कॉलेज में एडमिशन मिल सकता है.

उचित होगा कि कॉलेज चयन करते समय टॉप कॉलेज तो भरें लेकिन कुछ औसत कॉलेज भी ऑप्शन में जरूर रखें. यही बात कोर्स चुनने में भी ध्यान में रखना चाहिए. मान लीजिए बीकॉम में आप दाखिला चाहते हैं और मनचाहे कॉलेज में नहीं हो पाता है तो कॉमर्स से जुड़े अन्य कोर्सेज पर विचार करना चाहिए. इससे आपको मनचाहा कॉलेज भी मिल जाएगा और मिलता-जुलता कोर्स भी.

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