Driving Training Center: हरियाणा के इस जिले में ड्राइविंग सीखना होगा आसान, जल्द बनेगा ट्रेनिंग सेंटर!

सरकार ने तय की जिम्मेदारी
ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर के निर्माण के लिए सरकार ने नूंह और फरीदाबाद के उपायुक्तों को जिम्मेदारी सौंप दी है। यह सेंटर सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, जिससे न केवल ड्राइविंग सीखने वालों को फायदा होगा, बल्कि भारी वाहनों की फिटनेस जांच भी आसानी से की जा सकेगी।
वर्षों से उठ रही थी यह मांग
नूंह जिले में ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर की मांग काफी समय से की जा रही थी। हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र के दौरान कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने इस मुद्दे को मजबूती से उठाया था। इसके बाद, मुख्यमंत्री नायब सैनी की सरकार ने इस मांग को मंजूरी देते हुए सेंटर बनाने का आश्वासन दिया।
गौरतलब है कि नूंह विधानसभा क्षेत्र के छपेड़ा गांव में लगभग 10 एकड़ भूमि पर यह सेंटर बनाया जाएगा। लंबे समय से लोग इस सेंटर के लिए आवाज उठा रहे थे, लेकिन अब जाकर सरकार ने इस दिशा में ठोस कदम उठाया है।
लोगों को मिलेगी बड़ी राहत
ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर बनने से नूंह जिले के लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए दूर-दराज के शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने उम्मीद जताई है कि इस साल के अंत तक सेंटर का निर्माण कार्य पूरा हो सकता है।
नूंह जिले में अभी तक भारी वाहनों के लाइसेंस बनवाने के लिए कोई ट्रेनिंग सेंटर नहीं था। इसके अलावा, गाड़ियों की पासिंग (फिटनेस जांच) के लिए भी कोई उचित स्थान उपलब्ध नहीं था। इस सेंटर के खुलने से यह समस्या भी दूर हो जाएगी।
भारी वाहन चालकों को मिलेगा फायदा
नूंह जिला पूरे हरियाणा में हैवी वाहन चालकों की संख्या के मामले में पहले नंबर पर आता है। यहां के कई युवा पढ़ाई में अधिक रुचि न होने के कारण ट्रक, बस, और अन्य भारी वाहन चलाने का प्रशिक्षण लेते हैं। लेकिन अब तक उनके लिए कोई स्थानीय सुविधा उपलब्ध नहीं थी।
ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर बनने के बाद इन युवाओं को न केवल उचित प्रशिक्षण मिलेगा, बल्कि उन्हें अपने जिले में ही ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की सुविधा भी मिलेगी। इससे रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे और युवाओं के लिए ड्राइविंग सीखना और लाइसेंस प्राप्त करना आसान हो जाएगा।
वाहनों की फिटनेस जांच होगी आसान
यह ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर सिर्फ प्रशिक्षण देने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यहां वाहनों की फिटनेस जांच की सुविधा भी उपलब्ध होगी। अभी तक वाहन मालिकों को अपने वाहनों की फिटनेस जांच के लिए दूसरे जिलों में जाना पड़ता था, लेकिन अब यह सुविधा नूंह में ही उपलब्ध होगी।
ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर बनने के बाद नूंह जिले में परिवहन सुविधाएं बेहतर होंगी और लोगों को कई समस्याओं से राहत मिलेगी। सरकार के इस फैसले से जिले के युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया भी आसान हो जाएगी।