लोन लेने वालों के लिए खुशखबरी, ऐसे कम करें अपनी EMI
Haryana Update : बहुत से लोगों के लिए अपना Home होना एक सपना होता है, क्योंकि Home खरीदना सबसे महत्वपूर्ण वित्तीय निर्णयों में से एक है। हालांकि, इस सपने को हकीकत में बदलने के लिए पर्याप्त धन की आवश्यकता होती है। शायद ही कोई होगा, जो कैश देकर Home खरीदता होगा। जाहिर-सी बात है कि आप इसके लिए लोन लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके लोन पर लगने वाला ब्याज किन चीजों पर निर्भर करता है।
ध्यान रहे, ब्याज दर आपके लोन की लागत को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकती है। यहां तक कि ब्याज में एक छोटा-सा अतिरिक्त प्रतिशत भी आपकी EMI और लोन रिपेमेंट में बड़ा अंतर ला सकता है। आइए, उन प्रमुख कारकों पर चर्चा करें, जो होम लोन की ब्याज दरों को प्रभावित कर सकते हैं।
कितना लंबा है लोन
यदि आप लोन की time कम रखते हैं तो आपको कम ब्याज देना होगा, क्योंकि bank कम time के लिए पैसा उधार देकर कम जोखिम उठा रहा है।
किस तरह का लोन ले रहे हैं
इस बात से भी बहुत फर्क पड़ता है कि आप लोन के रूप में किस तरह का प्रोडक्ट चुन रहे हैं। कई बार विज्ञापन में जो चीजें दिखाई जाती हैं वो जमीनी हकीकत से भिन्न होती हैं या उनमें ढेर सारी शर्तें लगी होती हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप लोन चुनते समय विशेष सावधान रहें।
Credit Score
Credit Score आपके लोन के री-पेमेंट, वित्तीय अनुशासन या आदतों का विवरण होता है। यह किसी व्यक्ति की साख का निर्धारण करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। वित्तीय संस्थान इसी की मदद से लोन देते हैं। उधार देने के जोखिम को निर्धारित करने के साथ-साथ ब्याज दर तय करने के लिए bank इसे एक पैरामीटर के रूप में उपयोग करते हैं।
आपका Credit Score जितना अधिक होगा, bank के लिए आप उतनी ही कम जोखिम वाली कैटेगरी में आएंगे।इससे आपके Loan की ब्याज दर कम होगी। खराब Credit Score के परिणामस्वरूप या तो आपका लोन पास नहीं होगा और यदि पास होगा तो ब्याज आपको तगड़ा देना होगा।
Loan की राशि
Loan की राशि ब्याज दरों को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकती है। अगर आप ज्यादा कर्ज चाहते हैं तो इसमें बैंकों का अधिक जोखिम होता है। अधिक पैसा दांव पर होता है तो इस बात की अधिक संभावना होती है कि bank ब्याज भी ऊंचा वसूल करेंगे। Home खरीदने के लिए उधार लेने की योजना बनाते समय यह गणना करना महत्वपूर्ण है कि आपको कितने कर्ज की आवश्यकता है
Down Payment
Down Payment का आकार भी ब्याज दर निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एक बड़ा Down Payment लोन की राशि को कम कर देता है। ऋणदाता इसे कम जोखिम वाले के रूप में देखते हैं। एक बड़ा Down Payment लोन के ब्याज पर अनुकूल प्रभाव डालता है और इससे ब्याज दर कम हो जाती है।
बाजार की स्थिति
बाजार की स्थिति जैसे मुद्रास्फीति, आर्थिक विकास और सरकार की नीतियां भी ब्याज दरों को प्रभावित कर सकती हैं। बढ़ती मुद्रास्फीति के कारण ब्याज दर अधिक हो सकती है। जब अर्थव्यवस्था में मजबूत वृद्धि देखी जा रही है तो कोई bank धन उधार देने के लिए इच्छुक हो सकता है। इससे ब्याज दरें कम हो सकती हैं।