New Highways: इन 2 राज्यों में बनेगा फोर लेन हाईवे, मुआवजे में मिलेंगे करोड़ों!

साथ ही आपको बता दें कि करीब 10,199 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इन परियोजनाओं में कबरई-कानपुर हाईवे, बाराबंकी-नेपाल सीमा मार्ग और बरेली बाईपास जैसे महत्वपूर्ण रूट शामिल हैं। सभी परियोजनाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा रही है और निर्माण कार्य नवंबर-दिसंबर तक शुरू होने की उम्मीद है। (New Highways)
कौन-कौन से हाईवे होंगे चौड़े?
उत्तर प्रदेश में सड़क ढांचे को और मजबूत करने के लिए कबरई-कानपुर हाईवे (NH-86) को फोर लेन में बदलने की योजना बनाई जा रही है। 112.8 किमी लंबे इस हाईवे के विस्तार पर 3,900 करोड़ रुपये खर्च की जाएगी, और इस परियोजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) थीम इंजीनियरिंग सर्विसेज द्वारा तैयार की जा रही है।
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इसी तरह, बरेली बाईपास (दक्षिणी हिस्सा) को भी चौड़ा करने की योजना है। 29.92 किमी लंबी इस परियोजना में झुमका चौराहा, धंतिया गांव से लेकर इनवर्टिस यूनिवर्सिटी तक निर्माण कार्य होगा, जिसकी लागत 1999.11 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
इसके अलावा, बाराबंकी-नेपाल सीमा फोर लेन हाईवे (NH-927) को दो पैकेज में विकसित किया जाएगा, जिसमें घाघरा नदी पर एक बड़ा पुल भी शामिल है। पहले पैकेज में बाराबंकी से जरवल (35.7 किमी) तक सड़क निर्माण होगा, जिसकी लागत 1550 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
तीसरे पैकेज में जरवल से बहराइच (58.4 किमी) तक का विस्तार शामिल है, जिसकी अनुमानित लागत 2050 करोड़ रुपये होगी। वहीं, दूसरे पैकेज के तहत घाघरा नदी पर 4-लेन पुल और ROB (7.3 किमी) का निर्माण किया जाएगा, जिस पर 750 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इन सभी परियोजनाओं का उद्देश्य प्रदेश में सड़क कनेक्टिविटी को बेहतरीन बनाना और लोगो की यात्रा को सरल बनाना है। (New Highways News)
जल्द तैयार होगा DPR
NHAI के क्षेत्रीय अधिकारी एसके शर्मा के अनुसार, सभी परियोजनाओं की DPR लगभग पूरी हो चुकी है। जैसे ही DPR को अंतिम मंजूरी मिलेगी, टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी और नवंबर-दिसंबर में निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
यूपी की सड़कों का भविष्य बदलने को तैयार NHAI
इन हाईवे परियोजनाओं के पूरे होने से प्रदेश में यातायात आसान बनेगा, यात्रा समय कम होगा, और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। खासकर नेपाल सीमा तक जाने वाले मार्ग का चौड़ीकरण करने पर अंतरराष्ट्रीय व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। यूपी में यह सड़क क्रांति राज्य की कनेक्टिविटी को नए स्तर पर पहुंचाने के लिए तैयार है।