Santa Claus: असल मे कौन थे संता क्लाउस, कैसे हुई मौजे मे गिफ्ट देने की शुरुआत
Christmas 2023:क्रिसमस डे मनाया जाना शुरू हो गया है। 25 दिसंबर को हर साल इसे मनाया जाता है। इस दिन को खास बनाने के लिए क्रिसमस केक, केंडल्स और क्रिसमस ट्री के साथ मनाया जाता है। कुछ लोग इस दिन Santa Claus बनकर बच्चों को गिफ्ट्स भी देते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है आखिर कौन थे संता क्लाउस। अगर नहीं तो आइए जानते हैं...

Haryana Update: ऐसा माना जाता है कि क्रिसमस की शाम को सांता 8 बारहसिंगों वाली गाड़ी (स्लेज) पर बैठकर आते हैं और अपनी झोली से गिफ्ट्स निकालकर बच्चों को देते हैं। लेकिन Santa Claus कौन हैं, जो हर साल Christmas पर बच्चों को जमकर Gifts देते हैं? आइये जानते हैं आखिर कौन हैं असली संत निकोलस (Santa Nicholas), जिन्हें आज दुनिया सांता क्लॉज कहकर पुकारती है।
प्रचलित कहानियों के अनुसार चौथी शताब्दी में एशिया माइनर की एक जगह मायरा जिसे आज तुर्की के नाम से जाना जाता है में संता निकोलस का जन्म हुआ था। निकोलस (Nicholas) को' गरीबों की मदद करने का शोंक था। उन्हें गिफ्ट देकर खुश करने की कोशिश करते थे। एक बार हुआ यूं कि बात है कि एक गरीब पिता के पास अपनी बेटियों की शादी करने के लिए पैसे नहीं थे। इस बात का पता लगते ही निकोलस उनकी मदद करने वहाँ आ गए। उस व्यक्ति ने अपना मोजा चिमनी के ऊपर सूखने के लिए रखा था, इसी दौरान निकोलस ने सोने कि मोहरों से भरा बैग उस चिमनी पर टांग दिया। तभी से पूरी दुनिया में क्रिसमस के दिन मोजे में गिफ्ट देने का रिवाज प्रचलित हो रहा है।
मोजे में सोने से भरा बैग उसके घर में गिरा। ऐसा उसके साथ एक बार नहीं, तीन बार हुआ। आखिर उस व्यक्ति ने निकोलस को देख लिया. धीरे-धीरे निकोलस की कहानी लोगों तक पहुंचने लगी. इसके बाद पूरी दुनिया में क्रिसमस के दिन मोजे में गिफ्ट देने यानी सीक्रेट सेंटा का रिवाज शुरू हो गया. निकोलस को लोग संत मानने लगे और उन्हें आदर के साथ क्लॉज कहना शुरू कर दिया. कैथोलिक चर्च में उन्हें संत का दर्जा दिया गया, इसलिए उन्हें सांता क्लॉज कहा जाने लगा.
क्रिसमस के दिन ईसाई समुदाय के बच्चे रात में अपने घर के बाहर जुराबें सुखाते हैं. मान्यता है कि सांता क्लॉज रात में चुपके से आकर उनकी जुराब में उपहार भरकर चले जाते हैं, इस वजह से बच्चों में इस त्योहार को लेकर काफी उत्साह और उमंग होती हैं. पूरी दुनिया क्रिसमस का त्योहार हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाती है.