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TRAI New Rules: बंद हो जाएंगे 10 अंकों के ये नंबर! मोबाइल नंबरिंग में बड़ा बदलाव

TRAI ने राष्ट्रीय नंबरिंग योजना में संशोधन की सिफारिश की है, ताकि दूरसंचार संसाधनों का बेहतर प्रबंधन हो सके। दूरसंचार विभाग (DoT) द्वारा इस बदलाव का अनुरोध किया गया था, जिससे फिक्स्ड-लाइन और मोबाइल कनेक्शन के लिए नंबरिंग सिस्टम को अधिक प्रभावी बनाया जा सके।
 
TRAI New Rules: बंद हो जाएंगे 10 अंकों के ये नंबर!
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TRAI New Rules: भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) ने मोबाइल नंबरिंग सिस्टम में एक बड़ा बदलाव प्रस्तावित किया है। नई गाइडलाइन्स के तहत, कुछ विशेष प्रकार के 10-अंकीय मोबाइल नंबर अब बंद कर दिए जाएंगे और उनकी जगह 13-अंकीय नंबरों का उपयोग किया जाएगा।

TRAI ने राष्ट्रीय नंबरिंग योजना में संशोधन की सिफारिश की है, ताकि दूरसंचार संसाधनों का बेहतर प्रबंधन हो सके। दूरसंचार विभाग (DoT) द्वारा इस बदलाव का अनुरोध किया गया था, जिससे फिक्स्ड-लाइन और मोबाइल कनेक्शन के लिए नंबरिंग सिस्टम को अधिक प्रभावी बनाया जा सके।

नए नियमों में क्या बदलाव होंगे?

10-अंकीय फिक्स्ड-लाइन नंबरिंग में सुधार

TRAI ने 10-अंकीय फिक्स्ड-लाइन नंबरिंग सिस्टम को अपग्रेड करने का प्रस्ताव दिया है। SDCA (शॉर्ट डिस्टेंस चार्जिंग एरिया) मॉडल को हटाकर LSA (लाइसेंस सर्विस एरिया) आधारित सिस्टम अपनाया जाएगा। इससे फिक्स्ड-लाइन नंबरिंग अधिक प्रभावी होगी और पुराने सीमित संसाधनों को फिर से उपयोग में लाया जा सकेगा।

कोड डायलिंग पैटर्न में बदलाव

सभी फिक्स्ड-लाइन कॉल्स के लिए "0" उपसर्ग लगाना अनिवार्य होगा।
मोबाइल-टू-मोबाइल, मोबाइल-टू-फिक्स्ड और फिक्स्ड-टू-मोबाइल कॉलिंग पैटर्न में कोई बदलाव नहीं होगा।
नई प्रणाली लागू करने के लिए टेलीकॉम कंपनियों को 6 महीने का समय दिया जाएगा।
3. स्पैम कॉल और धोखाधड़ी रोकने के लिए CNAP
TRAI ने कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) प्रणाली की सिफारिश की है, जिससे कॉलर की पहचान स्पष्ट रूप से दिखाई देगी। यह सिस्टम स्पैम कॉल्स, साइबर धोखाधड़ी और वित्तीय घोटालों को रोकने में मदद करेगा।

निष्क्रिय नंबरों के लिए नए नियम

90 दिनों तक निष्क्रिय रहने वाले नंबरों को तुरंत बंद नहीं किया जाएगा।
365 दिनों तक उपयोग न होने पर ऑपरेटरों को नंबर को निष्क्रिय करना होगा।
इस नीति से निष्क्रिय नंबरों को नए ग्राहकों को पुनः आवंटित किया जा सकेगा।

M2M कनेक्शनों के लिए 13-अंकीय नंबरिंग

इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) और स्मार्ट डिवाइस की बढ़ती मांग को देखते हुए, मशीन-टू-मशीन (M2M) कनेक्शनों के लिए 10-अंकीय नंबरों को 13-अंकीय में बदलने का प्रस्ताव दिया गया है। यह बदलाव बढ़ती संख्या की जरूरतों को पूरा करने में सहायक होगा।

शॉर्टकोड आवंटन के सख्त नियम

लेवल-1 शॉर्टकोड केवल सरकारी संस्थानों के लिए आरक्षित रहेगा।
इसके उपयोग पर नियमित ऑडिट किया जाएगा, ताकि इसका सही इस्तेमाल सुनिश्चित किया जा सके।

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