UPS, NPS या OPS: जानें कौन सी पेंशन स्कीम है सबसे फायदेमंद, कौन सी स्कीम है सही?

OPS (पुरानी पेंशन स्कीम)
- इसमें जनरल प्रोविडेंट फंड (GPF) का प्रावधान है.
- रिटायरमेंट के टाइम कर्मचारी के वेतन की आधी राशि पेंशन के तौर पर मिलती है.
- कर्मचारी को 20 लाख रुपये तक ग्रेच्युटी मिलती है.
- रिटायर्ड कर्मचारी की मौत के बाद भी उनके परिजन को पेंशन मिलती है.
- पेंशन के लिए कर्मचारी की सैलरी से कोई पैसा नहीं कटता.
- इसमें 6 माह की अवधि के बाद DA मिलने का प्रावधान है.
NPS (नई पेंशन स्कीम)
- इसमें कर्मचारी की बेसिक सैलरी+DA का 10% कटता है.
- ये स्कीम शेयर मार्केट पर आधारित है, इसलिए पूर्ण रूप से सुरक्षित नहीं है.
- रिटायरमेंट के बाद पेंशन पाने के लिए NPS का 40% फंड इन्वेस्ट करना पड़ता है.
- रिटायरमेंट के बाद तय पेंशन की गारंटी नहीं.
- 6 माह बाद मिलने वाले DA का प्रावधान नहीं.
UPS (यूनिफाइड पेंशन स्कीम)
- कर्मचारी पर पेंशन का बोझ नहीं पड़ेगा. इसमें तय पेंशन का प्रावधान है.
- रिटायरमेंट से बाद 12 महीने की औसत बेसिक पे का 50% पेंशन के तौर पर मिलेगा.
- कर्मचारी की मृत्यु होने पर पेंशन का 60% हिस्सा मृत कर्मचारी की पत्नी/पति को मिलेगा.
- कम सर्विस अवधि वालों के लि 10,000 रुपये महीना न्यूनतम पेंशन का प्रावधान.
- रिटायरमेंट के बाद ग्रेच्युटी के अलावा भी एकमुश्त पेमेंट का प्रावधान.
- 6 महीने की सर्विस के लिए रिटायरमेंट की तारीख पर मासिक वेतन (PAY+DA) का 1/10वां हिस्सा मिलेगा.