Vitamin B12 की कमी है खतरनाक, नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी!
Vitamin B12 : एक हालिया सर्वे में सामने आया है कि भारत के 57% Corporate Male Employees में विटामिन-बी12 की कमी है विटामिन-बी12 की कमी के लक्षणों में थकान, कमजोरी, मूड स्विंग, हाथ-पैरों में झुनझुनी, और याददाश्त की समस्या शामिल हैं। नीचे पढ़ें पूरी डिटेल।
Mar 18, 2025, 21:34 IST
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Haryana update, Vitamin B12 : एक डिजिटल हेल्थ प्लेटफॉर्म के सर्वे में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस सर्वे के अनुसार, भारत में एक साइलेंट हेल्थ क्राइसिस तेजी से फैल रहा है। आंकड़ों के मुताबिक, भारत के 57% कॉर्पोरेट मेल कर्मचारी विटामिन-बी12 की कमी का शिकार हैं।
Vitamin B12 की भूमिका और उसकी कमी के प्रभाव
विटामिन-बी12, जिसे कोबालामिन भी कहा जाता है, शरीर के लिए बेहद आवश्यक है। यह रक्त कोशिकाओं के निर्माण, डीएनए सिंथेसिस, तंत्रिका तंत्र के सही कार्य और दिमागी विकास के लिए महत्वपूर्ण है। विटामिन-बी12 की कमी से शरीर में कई गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
Vitamin B12 की कमी के कारण (Causes of Vitamin-B12 Deficiency)
- डाइट में कमी: विटामिन-बी12 मुख्य रूप से मांस, मछली, अंडे और डेयरी उत्पादों में पाया जाता है। शाकाहारी या वीगन आहार लेने वाले लोग इसमें कमी का शिकार हो सकते हैं।
- अब्जॉर्प्शन की समस्या: कुछ बीमारियां जैसे क्रोन्स डिजीज या सीलिएक डिजीज विटामिन-बी12 के अब्जॉर्प्शन को प्रभावित कर सकती हैं। इसके अलावा पेट की सर्जरी के बाद भी अब्जॉर्प्शन की क्षमता कम हो सकती है।
- प्रोटीन की कमी: विटामिन-बी12 के अब्जॉर्प्शन के लिए शरीर में एक खास प्रोटीन की आवश्यकता होती है। इस प्रोटीन की कमी से विटामिन-बी12 का अब्जॉर्प्शन प्रभावित हो सकता है।
- उम्र बढ़ने के साथ कमी: जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उत्पादन कम हो जाता है, जो विटामिन-बी12 के अब्जॉर्प्शन के लिए जरूरी है।
- दवाओं का प्रभाव: कुछ दवाइयाँ जैसे मेटफॉर्मिन (डायबिटीज की दवा) और एंटासिड भी विटामिन-बी12 के अब्जॉर्प्शन को प्रभावित कर सकती हैं।
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Vitamin B12 की कमी के लक्षण (Symptoms of Vitamin-B12 Deficiency)
- थकान और कमजोरी: विटामिन-बी12 की कमी से रेड ब्लड सेल्स का निर्माण कम हो जाता है, जिससे एनीमिया हो सकता है। इससे थकान और कमजोरी महसूस होती है।
- झंझनाहट और सुन्नपन: यह समस्या ब्लड सर्कुलेशन के प्रभाव से होती है और हाथ-पैरों में झुनझुनी या सुन्नपन का अहसास होता है।
- नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्याएं: विटामिन-बी12 की कमी से तंत्रिका तंत्र प्रभावित हो सकता है, जिससे संतुलन में परेशानी और याददाश्त कमजोर हो सकती है।
- त्वचा का पीला पड़ना: एनीमिया के कारण त्वचा पीली पड़ सकती है।
- मानसिक समस्याएं: डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन और हैल्युशिनेशन जैसी मानसिक समस्याएं भी हो सकती हैं।
- मुंह के छाले: जीभ में सूजन या मुंह में छाले हो सकते हैं।
Vitamin B12 की कमी से बचाव के तरीके (Prevention of Vitamin-B12 Deficiency)
- सही डाइट: मांस, मछली, अंडे, दूध और दही जैसे एनिमल प्रोडक्ट्स को अपनी डाइट में शामिल करें। शाकाहारी लोग डॉक्टर की सलाह से विटामिन-बी12 के सप्लीमेंट्स ले सकते हैं।
- सप्लीमेंट्स: अगर अब्जॉर्प्शन में कोई समस्या हो तो डॉक्टर की सलाह पर विटामिन-बी12 के सप्लीमेंट्स ले सकते हैं।
- नियमित जांच: विटामिन-बी12 की कमी के लक्षण दिखने पर ब्लड टेस्ट करवाना जरूरी है।
- दवाओं का सही इस्तेमाल: यदि आप ऐसी दवाएं ले रहे हैं जो विटामिन-बी12 के अब्जॉर्प्शन को प्रभावित करती हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेकर सप्लीमेंट्स लें।
- बुजुर्गों का ध्यान रखें: बुजुर्गों की डाइट और स्वास्थ्य का ध्यान रखें, ताकि वे विटामिन-बी12 की कमी से बच सकें।
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विटामिन-बी12 की कमी से बचने के लिए सही आहार और समय-समय पर जांच जरूरी है। किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से सलाह लें।